पन्ना…………..मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड का एक ऐतिहासिक जिला।
हीरों और अपने मंदिरों के लिए विख्यात यह जिला जो की मूलतः गोंडों द्वारा बसाया गया, राजा छत्रसाल के शासन काल की ऐतिहासिक गवाही देता है। कई मनमोहन पर्यटन स्थल से समृद्ध है। आइए जानते हैं इस जिले की 20 ऐसी जगहें जहा अपको अवश्य जाना चाहिए।

1.पांडव फॉल

पन्ना के 20 प्रमुख पर्यटन स्थल पन्ना से 14 किमी और खजुराहो से 34 किमी की दूरी पर, खजुराहो-पन्ना राजमार्ग पर स्थित, यह झरना 30 मीटर की ऊंचाई से एक दिल के आकार के कुंड में गिरता है। हरे-भरे जंगलों से घिरे हुए इस झरने की तलहटी में कुछ प्राचीन गुफाएँ हैं जहाँ से पानी का एक बड़ा तालाब दिखाई देता है। ऐसा माना जाता है कि महाभारत के पांडवों ने अपने निर्वासन का एक हिस्सा यहां बिताया था।

2. महामती प्राणनाथ मंदिर

महामति प्राणनाथजी मंदिर में पूर्णिमा के दौरान भक्तों की काफी भीड़ इकट्ठा होती है। ऐसा माना जाता है कि महामति प्राणनाथजी 11 वर्ष तक उस स्थान पर रहे थे जिसके बाद उन्होंने इस मंदिर के एक गुंबद के अंदर समाधि ली। मंदिर में छह पवित्र मंदिर स्थापित हैं, इनमें तीर्थस्थल का मुख्य आकर्षण श्री गुम्मटजी है, जो नौ संगमरमर के स्मारकों वाली एक ज्वालामुखी इमारत है।

  1. पद्मावती देवी मंदिर

इस मन्दिर में नवरात्रों के दौरान भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। यह जिले के उत्तर-पश्चिमी छोर पर किल्किला नदी के घाट पर स्थित है। इस मंदिर को स्थानीय बोलियों में बड़ी-बड़ी देवियाँ कहा गया है। बुदेलखंड के लोग इसे पन्ना की मैहर माता मानते हैं।

4. बलदेव जी मंदिर

इस मन्दिर में बलदेवजी की आकर्षक प्रतिमा काले शालिग्रामी पत्थर से निर्मित है। यह मंदिर रोमन वास्तुकला से प्रेरित है। मंदिर में विशाल स्तंभों वाला एक बड़ा हॉल है जिसे महामंडप कहा गया है और इसे एक ऊंचे मंच पर बनाया गया है ताकि कोई भी मुख्य द्वार के बाहर से भी दर्शन प्राप्त कर सके।

5. जुगल किशोर जी मंदिर

जुगल किशोरजी मंदिर का निर्माण पन्ना के चौथे बुंदेला राजा राजा हिंदूपत सिंह ने अपने शासनकाल में कराया था। मंदिर में बुंदेला मंदिरों की सभी स्थापत्य विशेषताएं हैं, जिनमें एक नट मंडप, भोग मंडप और प्रदक्षिणा मार्ग शामिल हैं।

6.बृहस्पति कुंड

बृहस्पति कुण्ड स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह कुंड पन्ना से 25 किमी दूर और कालिंजर किले से 18 किमी दूरी पर स्थित है। बृहस्पति कुंड प्राकृतिक, पौराणिक और भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। यहां विभिन्न प्रकार की औषधियां और जंगली जीव-जंतु पाए जाते हैं। यह जलप्रपात बुन्देलखण्ड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है।

7.श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, अजयगढ़।
चंदेल वंशी राजाओं द्वारा निर्मित और विंध्य पर्वत के मध्य स्थित इस किले में कई मंदिर थे जो आज नष्ट हो गए हैं,।वर्तमान में यहां तीन जैन प्रतिमाएं प्रमुख एवं ठीक रूप में स्थित हैं, जिनमे 12 फीट शांतिनाथ प्रभु की प्रतिमा, एक तरफ कुंथुनाथ एवं एक तरफ अरहनाथ के रूप में है। ये प्रतिमा पुरातत्व विभाग दवारा सुरक्षित करके पर्वत पर ही रखी गई है।

  1. मस्तानी महल

मस्तानी महल निर्माण पन्ना राज्य के संस्थापक महाराजा छत्रसाल द्वारा अपनी खूबसूरत और बहादुर बेटी मस्तानी लिए किया गया था, जो महाराजा छत्रसाल और एक फारसी महिला बेगम रूहानी बाई की बेटी थी। महाराजा छत्रसाल ने मराठों के पेशवा बाजीराव प्रथम की मदद को स्वीकार करते हुए एक राजनीतिक संरेखण के हिस्से के रूप में अपनी बेटी मस्तानी का विवाह उनसे किया था।

  1. पन्ना टाइगर रिजर्व

पन्ना टाइगर रिजर्व खजुराहो से आधे घंटे की ड्राइव पर सिर्फ 25 किमी दूर है। यहां बाघ,चीतल, सांभर, नीलगाय, चिंकारा, चौसिंघा, लंगूर, जंगली सूअर, सियार अक्सर देखे जाते हैं। रिज़र्व में केन नदी के किनारे घाटियाँ और झरने मनमोहक हैं।गोंडवाना काल के अवशेष पूरे रिजर्व में बिखरे हुए हैं।

यहां सुबह सूरज उगने से 11 बजे तक और दोपहर में 3 बजे से लेकर सूरज डूबने तक घूमा जा सकता है।नाइट सफारी का भी लुफ्त बफर एरिया में शाम 6 बजे से 9 बजे तक उठाया जा सकत है।

यहां सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च के बीच में

  1. रनेह फॉल

रनेह फॉल केन नदी पर एक प्राकृतिक झरना है, जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य के खजुराहो में स्थित है।यह खजुराहो से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। इसके आगे केन घड़ियाल अभ्यारण्य केन और खुदार नदियों के संगम पर स्थित है।

20 BEST Places to Visit in Panna District | पन्ना के 20 प्रमुख पर्यटन स्थल